आज कल के खानपान ने लोगों को अस्वस्थ बना दिया है। अगर हम पहले का समय देखें जहाँ लोग दीर्घ आयु होते थे, और आज की बात करे तो समय आने से पहले ही अनेक बीमारियों मनुष्य को जकड़ लेती है। इसका कारण आज का अपौष्टिक भोजन व अस्वस्थ रूप से जीवन जीने के कारण हुआ है। हम अक्सर यह भी देखते हैं कुछ लोग तो बिना काम किए ही अपने आपको थका हुआ महसूस करते हैं। हमारा अस्वस्थ होना ही हमारी थकान, निराशा, तनाव का सबसे बड़ा कारण है। यही अनेक बीमारियों को दस्तक देता है इसलिए आप अपनी आदतों में थोड़ा सा परिवर्तन करके स्वस्थ रह सकते हैं। अनेक बीमारियों जैसे- कैंसर, दिल की बीमारियां, डायबिटीज तथा बार बार बीमार होने से छुटकारा पा सकते हैं। एक खूबसूरत इंसान वह नहीं है जिसके पास धन दौलत और अपार संपत्ति है जबकि खूबसूरत तो वह है जिसके पास स्वस्थ मस्तिष्क स्वस्थ शरीर है
शास्त्रों में जो प्रातःकाल उठने का समय बताया गया है वह 4 से 5 बजे के बीच का बताया गया है।
शास्त्रों में उल्लेख है कि-
वर्णं कीर्तिं मतिं लक्ष्मीं स्वास्थ्यमायुश्च विदन्ति।
ब्राह्मे मुहूर्ते संजाग्रच्छि वा पंकज यथा॥
अर्थात- ब्रह्म मुहूर्त में उठने से व्यक्ति को सुंदरता, लक्ष्मी, बुद्धि, स्वास्थ्य, दीर्घ आयु प्राप्त होती है और शरीर कमल की तरह सुंदर हो जाता है
- सुबह जल्दी उठने के और भी कई फायदे है।
- जैसे आप जल्दी उठ कर व्यायाम एवं योग कर सकते है।
- दिन बड़ा लगने लगता है और आपके पास अतिरिक्त समय होता है बचे हुए कार्य करने क लिए।
- सुबह की हवा दिन क मुकाबले बहुत शुद्ध एवं ऑक्सीजन से भरपूर होती है जो आपको स्वस्थ बनाए रखने में कारगर है।
- सुबह जल्दी उठने से मन की शांति एवं एकाग्रता बानी रहती है।
- दिन की शुरुआत गुनगुना पानी पीकर करें
जो आपके इम्यून सिस्टम को बनाकर रखेगा। मॉर्निंग वॉक पर जाए इससे श्वसन क्रिया के दौरान आपके शरीर में शुद्ध हवा का प्रवेश होगा। केवल 15 मिनट की एक्सरसाइज आयु को 3 साल बढ़ा सकती है। यह शरीर को तरोताजा ,स्वस्थ और मांसपेशियों को मजबूत बनाए रखता है, और सुबह के समय सूरज की किरणें जरूर ले। - स्वस्थ तन के साथ स्वस्थ मस्तिष्क का होना जरूरी है
अपनी स्मृति को अच्छे से क्रियाशील रखने के लिए ब्रेन एक्सरसाइज करें पजल्स खेलें, अपने दैनिक कॉम के लिए बाएं हाथ का प्रयोग करें ब्रश ,कंघी, लिखने का काम उल्टे हाथ से करने की कोशिश करें। इससे आपके दिमाग पर जोर पड़ेगा जो आपके याद करने की क्षमता को विकसित करेगा। - नाश्ता जरूर करें
नाश्ते में आप अंकुरित भोजन, पराठा ,खिचड़ी ,दलिया ,फलाहार इस प्रकार बदल बदल कर खाएं। जिसे अलग-अलग पौष्टिक आहार आपके शरीर में जा पाए। एक जैसा नाश्ता ना करें। नाश्ते के समय एक गिलास दूध भी ले। इसके बाद थोड़ा घूम ले इससे हमारी पाचन शक्ति कायम रहती है। नाश्ता करने के 3 घंटे के बाद ही भोजन करे। भोजन हमेशा पौष्टिकता से भरपूर होना चाहिए एवं जंक फूड का सेवन कम से कम कर।
इस प्रकार सुबह जल्दी उठकर अपनी दिनचर्या की शुरुआत करें।