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योग – शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के सफल राज़

Yoga

आज हम इस ब्लॉग में योग के बारे मे चर्चा करेंगे। कि योग मे कई तरह के आसन, प्राणायाम और ध्यान की प्रक्रिया है। जिससे शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य को अच्छा किया जा सकता है। इस ब्लॉग के माध्यम से हम योग का महत्व और इससे होने वाले शारीरिक और मानसिक लाभों के बारे मे बात करने वाले है।

योग के लाभ

शारीरिक लाभ

मानसिक लाभ

योग वेदो के अनुसार

महर्षि चरक के अनुसार :- “मन का इन्द्रिय एवम् विषयों से पृथक होकर आत्मा में स्थिर होना ही योग है।”

भगवदगीता के अनुसार :- “सुख -दुःख, पाप – पुण्य, शत्रु – मित्र आदि द्वंदों से अतीत मुक्त होकर सर्वत्र समभाव से व्यवहार करना ही योग है।”

महर्षि पतंजलि के अनुसार :- “अभ्यास – वैराग्य द्वारा चित्त की वृतियों पर नियंत्रण करना ही योग है।”

योग के आसन

योगासन का इतिहास उतना ही पुराना है जितना की हमारे वेद और शास्त्र है। प्राचीन काल मे ऋषि और मुनि योगासन की शिक्षा दिया करते थे। जिससे विद्यार्थीओ मे शारीरिक और मानसिक बल का विकास होता था। हमे शरीर को स्वस्थ्य बनाने के लिए नियमित योग जरूर करना चाहिए।

प्राचीन ग्रंथो और वेदो मे योग के मुख्य रूप से 84 प्रकार के आसन बताये गए है। परंतु हर ग्रन्थ और वेद मे इसकी संख्या अलग अलग बताई गयी है। जिनमे निम्न प्रकार से है।

प्रमुख योगासन

योग मे क्या खाना चाहिए

योग करने के 1 घंटे बाद ही कुछ खाना चाहिए। क्यों की योग करने से हमारे शरीर मे रक्त प्रवाह अधिक रहता है। और शरीर गरम होता है।

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योग मे क्या नहीं खाना चाहिए

योगासन के फायदे

योगासन कब नहीं करना चाहिए

Note –

हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से योग की मदद से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सही रखने के बारे में बताया हैl आपको हमारे द्वारा बताए गए योग – शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के सफल राज़ अच्छे लगे तो Follow जरूर करेl

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