आंखों के बढ़ते हुए नंबर को कैसे कम किया जाए।

how to get rid of eyeglasses naturally

बढ़ती हुई टेक्नोलॉजी, प्रदूषण और आज के खानपान ने हमारे जीवन को बहुत प्रभावित किया है। बढ़ती हुई टेक्नोलॉजी ने जहाँ एक ओर संपूर्ण विश्व की दूरी को समाप्त किया है तो वही दूसरी ओर इसने हमारे शरीर को प्रभावित किया है। टीवी ,मोबाइल फोन, कंप्यूटर का प्रयोग सूचनाओं को प्राप्त करने के लिए, वह हमारे कार्यों को सरल करने के लिए किया गया। पर हम इसका प्रयोग गलत तरीके से करते हैं। गैजेट्स का प्रयोग हम अधिकतर गेम खेलने, फिल्म देखने, ऑफिस कामों में बिना ब्रेक लिए में करने लगें है। कई घंटों तक पलकों को बिना छपकाए बैठे रहते हैं। गैजेट्स से निकलने वाली किरणें हमारी आंखों को प्रभावित करती है। जैसे-आंखों में सूजन, आंखों का लाल होना, पानी का आना, आंखों में इंफेक्शन। हमारी आंखों के रेटिना को प्रभावित करता है

आंखों को हमारे शरीर का बहुत ही कोमल भाग माना जाता है। आंखों से देख पाने के कारण  हमारा जीवन रंगीन हो जाता है। हम प्रकृति के इस सौंदर्य रूपी संसार वातावरण को देखकर उसका आनंद लेते हैं और उसको अनुभव करते हैं। आंखों को स्वच्छ रखकर, इससे प्रभावित होने से बचाया जा सकता है।

आँखों को स्वस्थ रखने में इन फलों का करें सेवन।

आंखों का कमजोर होना विटामिन ए के कारण होता है। विटामिन- ए ,सी ,ई ,युक्त भोजन करने वह कुछ बातों का ध्यान रखकर हम हमारी आंखों की ज्योति को प्राप्त कर सकते हैं।

  • गाजर -यह विटामिन ए ,बी ,सी डी का प्रमुख स्त्रोत है गाजर के जूस का सेवन प्रातः काल में करना चाहिए।
  • शकरकंद-इसमें फाइबर पाया जाता है जो हमारी आंखों की ज्योति को बरकरार बनाए रखती है।
  • स्ट्रॉबेरी-विटामिन सी ,बी ,फाइबर ,फास्फोरस ओमेगा- 3 का स्त्रोत है।जहां एक और इसका प्रयोग शरीर की कैंसर जैसी बीमारियों के लिए किया जाता है ,वहीं दूसरी ओर आंखों के लिए भी बहुत फायदेमंद है।
  • त्रिफला-इसे रात में भिगोकर रख दें सुबह होने पर इसके जल का उपयोग अपनी आंखों को धोने में करें।
  • अंडा व मछली-अंडे में ग्लूटेथिओन व प्रोटीन पाया जाता है जो हमारी आंखों के रेटिना के लिए एंटी ऑक्सीडेंट का काम करता है। ओमेगा-3 फेटी एसिड पाया जाता है ।हमारी आंखों के लिए फायदेमंद है।

ऐसे करें आंखों की एक्सरसाइज।

  • पेन, पेंसिल जेसी नुकीली चीज को लेकर उसे अपने नाक की सीध में चक्कर दोनों आंखों केवल उसी को देखें ऐसा कम से कम 5-6 बार करें।
  • अपनी आंखों को दाएं से बाएं ऊपर से नीचे की तरफ देखें 6 सेकंड तक दोहराये।
  • अनुलोम-विलोम करें।
  • आसन पर बैठकर अपने दोनों हाथों की हथेलियों को रगड़ कर उन्हें अपनी बंद आंखों पर रखें।
  • अपनी आंखों को राउंड सरकल में घूआए।
  • नियमित रूप से आंखों को ठंडे पानी से धोते रहें।
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